इस संबंध मे जेई सहदेव सिंह ने बताया कि आलमनगर रूट के 33 केवी तार मे आंधी तुफान से ब्रेकडाउन हो गया है ,इसके कारण पनसलवा एवं सकरोहर पीएसएस को बिधुत आपुर्ति ठप हो गयी है ।इसके अलावे सकरोहर के राकी बासा एवं कुर्बन के ददरौजा गांव के 63 केवी ट्रासफार्मर भी क्षतिग्रस्त है ।वही पनसलवा पीएसएस रूट मे 11 हजार का पोल तार भी गिरने की सुचना है ।वही प्रखंड क्षेत्र की बिधुत आपुर्ति की पुरी जिम्मेवारी महज एक जेई एवं आधे दर्जन बिधुत बल के सहारे चल रही है ,तो ऐसे मे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है आलमनगर से पनसलवा व सकरोहर पीएसएस रूट के 33 केवी फाल्ट को दुर कर संबंधित फिडरो से उपभोक्ताओं को बिधुत आपुर्ति कर पाना किसी चुनौती से कम नही है ,वही उक्त रूट मे बाढ का पानी चारो ओर फेला है इस दौरान उपभोक्ताओं को लगातार बिधुत संकटो से जुझना पड रहा है ।लोग बिभागीय उदासीनता से लगातार उत्पन्न हो रही बिधुत संकटो के कारण लालटेन युग मे जीने को विवश हो रहे है ।ऐसे मे संबंधित विभागीय अधिकारी हाईटेंशन तार मे लगातार उत्पन्न हुई फाल्ट को दुर करने मे अभिरूची नही लेंगे तो उपभोक्ता सडक पर उतरकर आन्दोलन करने को बाध्य हो जाएंगे ।वही गुरुवार को फाल्ट दुरूस्त करने मे जुटे बिधुत बल ने बताया कि उक्त रूट मे 33 केवी तार को सडक किनारे लगे पेड की टहनी छू रही है ,ठोस निदान के लिऐ बाधा उत्पन्न कर रहे पेड को काटना मे भी बनविभाग का लफडा है ,बावजुद कुछ टहनियों को काटकर जब पावर सप्लाई की जांच की गयी तो कुर्बन समीप पंदही मे फाल्ट मिला ,फाल्ट को दुरूस्त कर बिधुत आपुर्ति करने का प्रयास जारी है ,लेकिन इन लचर हालात मे बार बार उत्पन्न रही पावर फाल्ट के बीच बिधुत आपुर्ति बाधित रहने से उपभोक्ताओं मे आक्रोश पनप रहा है ।
