लेकिन सरकार ने सेवाशर्त में सरकार ने नियोजित शिक्षकों के लिए ऐच्छिक स्थानान्तरण, ग्रेच्युटी, बीमा, अर्जितावकाश समेत राज्यकर्मियों को हासिल सेवासुविधाओं से पल्ला झाड़ कर बेहद निराश किया है | टीइटी शिक्षकों ने इस नये सेवाशर्त को शिक्षकों को बंधुआ बनाये रखने का दस्तावेज करार दिया है | संगठन के प्रखंड अध्यक्ष अजीत कुमार ने कहा कि सेवाशर्त निर्धारण में सरकार ने शिक्षा का अधिकार कानून, राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के मानदंडों, माननीय सर्वोच्च न्यायालय के न्यायिक सुझावों का बेशर्म उल्लंघन किया है |
जहां प्रौन्नति एवं पदोन्नति के मसले पर सब धन बाइस पसेरी का चुनावी तिकड़म स्पष्ट है वहीं सेवाशर्त में शिक्षिकाओं को दो साल के शिशु देखभाल अवकाश एवं सारे कर्मियों को देय ग्रेच्युटी एवं बीमा जैसे संवैधानिक लाभ का जिक्र तक नही है| जहां इपीएएफ में प्रोस्पेक्टिव इफैक्ट के हवाले से कटौती की गई है वहीं स्थानान्तरण की जगह म्युच्युअल स्थानान्तरण का जुमला धोखाधड़ी के अलावे और कुछ नही है | सेवाशर्त में पात्रता की अनदेखी कर सूबे के टीइटी शिक्षकों के संवैधानिक हकों को कुचलने की साजिश की गई है | सड़क से लेकर न्यायालय तक मजबूती से इस शोषणमूलक छलावापूर्ण सेवाशर्त का विरोध किया जायेगा|
मौके पर मौजूद टीएसयुएनएसएस गोपगुट के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार साहू ने बताया कि टीइटी शिक्षकों की हकमारी के खिलाफ शिक्षक चुप नही बैठनेवाले हैं | सेवाशर्त के नाम पर शिक्षकों को बंधुआ बनाये रखने की साजिश नही चलेगी | टीइटी शिक्षकों को सहायक शिक्षक – राज्यकर्मी का दर्जा एवं तदनुरूप सेवाशर्त से कमतर शिक्षको को कुछ भी कम मंजूर नही है |
