अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर रोसड़ा में निकाली गई प्रभात फेरी, पुलिस और स्कूली बच्चों ने किया लोगों को जागरूक

समस्तीपुर  रोसड़ा :-अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस के अवसर पर गुरुवार को रोसड़ा में एक जागरूकता रैली (प्रभात फेरी) का आयोजन किया गया। इस आयोजन की अगुवाई रोसड़ा उत्पाद थाना के पुलिस बल ने की, जिसमें यूनिक पब्लिक स्कूल, शारदा नगर के शिक्षक और छात्रों ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रभात फेरी का उद्देश्य था – समाज को नशा मुक्त बनाने के लिए लोगों को जागरूक करना और मादक पदार्थों के दुरुपयोग एवं अवैध व्यापार के खिलाफ एकजुटता दर्शाना

प्रभात फेरी की शुरुआत उत्पाद थाना परिसर से हुई, जो ब्लॉक रोड, महावीर चौक, सिनेमा चौक, जेल रोड होते हुए नगर के विभिन्न हिस्सों से गुजरी। रैली के दौरान स्कूली बच्चों ने हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर “नशा मुक्त बिहार”, “नशा छोड़ो, जीवन संवारो”, “अच्छा समाज, विकसित राष्ट्र” जैसे नारे लगाए। इन नारों और जागरूकता संदेशों के माध्यम से शहरवासियों को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया गया।

यूनिक पब्लिक स्कूल के शिक्षक वेद प्रकाश साह ने कहा कि,
“बच्चों के माध्यम से समाज को सकारात्मक संदेश देना सबसे प्रभावी तरीका है। प्रभात फेरी के ज़रिए यह बताया गया कि एक अच्छा और विकसित समाज तभी बन सकता है जब लोग नशे से दूर रहें।”

वहीं, उत्पाद थानाध्यक्ष पवन कुमार ने कहा,
“यह दिवस सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी का प्रतीक है। जब हम एक बेहतर राष्ट्र की कल्पना करते हैं, तो हमें सबसे पहले एक स्वस्थ और नशा मुक्त समाज की जरूरत होती है। इसी उद्देश्य से रोसड़ा शहर में आज स्कूली बच्चों और पुलिस बल ने मिलकर यह रैली निकाली, ताकि लोग जागरूक हों और नशे से दूरी बनाएं।”

इस मौके पर उत्पाद थाना के अवर निरीक्षक पंकज कुमार, सहायक निरीक्षक प्रशांत कुमार, सिपाही संतोष कुमार, मुरारी कुमार पासवान, छोटी कुमारी, अर्चना कुमारी सहित अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। इन सभी ने पूरे आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई और आम नागरिकों से अपील की कि वे स्वयं भी नशा से दूर रहें और अपने परिवार, मोहल्ला, गांव व शहर को नशा मुक्त बनाने में दो योगदान दें।

प्रभात फेरी के दौरान रास्ते में खड़े स्थानीय लोगों और दुकानदारों ने इस पहल की सराहना की। कई लोगों ने कहा कि बच्चों द्वारा दिया गया यह संदेश अधिक प्रभावशाली होता है, क्योंकि यह आने वाली पीढ़ी की चिंता को दर्शाता है।

संक्षेप में, अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर रोसड़ा में निकाली गई यह प्रभात फेरी केवल एक प्रतीकात्मक आयोजन नहीं थी, बल्कि समाज को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम थी, जिसमें पुलिस और शिक्षा जगत की सहभागिता ने इसे और भी प्रभावशाली बना दिया।

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