रुसेरा घाट रेलवे स्टेशन पर लंबी दूरी की ट्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर शुक्रवार से आमरण अनशन शुरू हुआ। यह अनशन कांग्रेस नेता मनीष पासवान ने शुरू किया गया। स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रशासन पर चुप्पी और अनदेखी का आरोप लगाया। कहा, वर्षों से मांग की जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
लोगों ने बताया कि इस संबंध में समस्तीपुर डीआरएम, स्थानीय विधायक और सांसद को कई बार ज्ञापन दिया गया। इसके बावजूद रेलवे ने कोई सकारात्मक पहल नहीं की। रुसेराघाट स्टेशन समस्तीपुर रेल मंडल के अंतर्गत आता है। यह क्षेत्र का प्रमुख स्टेशन है, फिर भी यहां किसी भी लंबी दूरी की ट्रेन का ठहराव नहीं है। इससे यात्रियों, छात्रों, व्यापारियों, नौकरीपेशा लोगों और बीमारों को भारी परेशानी होती है।
यात्रियों को पटना, दिल्ली और मुंबई जाने के लिए समस्तीपुर या सहरसा जाना पड़ता है। इससे समय और पैसे की बर्बादी होती है। यात्रा भी कठिन हो जाती है। अनशन पर बैठे लोगों ने दो प्रमुख मांगें रखी हैं। पहली, अमृत भारत एलटीटी एक्सप्रेस (11015/16) का रुसेराघाट स्टेशन पर अविलंब ठहराव सुनिश्चित किया जाए। यह ट्रेन सहरसा से लोकमान्य तिलक टर्मिनस (मुंबई) जाती है और उसी मार्ग से लौटती है। दूसरी, पटना के लिए सीधी ट्रेन सेवा शुरू की जाए, ताकि राजधानी जाने के लिए बार-बार ट्रांसफर न करना पड़े।
प्रदर्शनकारियों ने कहा, रेलवे विभाग को कई बार ज्ञापन दिया गया। जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भी अनुरोध किया गया। फिर भी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया। इससे लोगों में नाराजगी है। मजबूरी में आमरण अनशन का रास्ता अपनाना पड़ा। आमरण अनशन को लेकर सुरक्षा के लिए स्टेशन परिसर में धरना स्थल के समीप बड़ी संख्या में रेल पुलिस की तैनाती की गई है
अनशन को लेकर क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। बड़ी संख्या में व्यापारी, सामाजिक कार्यकर्ता, छात्र, महिलाएं और बुजुर्ग स्टेशन परिसर पहुंचकर आंदोलनकारियों का समर्थन कर रहे हैं। आंदोलनकारियों ने कहा, जब तक मांगे पूरी नहीं होतीं, अनशन जारी रहेगा। रेलवे बोर्ड और रेल मंत्रालय को इस विषय को गंभीरता से लेना चाहिए, ताकि क्षेत्र की जनता को राहत मिल सके। मौके पर आकाश गाड़ा, नौशाद अली अंसारी, सिद्धार्थ सिंह, अमीर आदिल, रवि रंजन, शिवराज यादव, फरीद अली,पप्पू अंसारी समेत अन्य मौजूद