रोसड़ा में एक बार फिर इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक रोसड़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से महज कुछ कदम की दूरी पर एक नवजात शिशु का शव सड़क किनारे पड़ा मिला, जिसे आवारा कुत्ते नोचते हुए देखे गए।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सुबह-सुबह जब लोग सड़क से गुजर रहे थे, तो उन्होंने देखा कि कुछ कुत्ते किसी चीज को नोच रहे हैं। पास जाकर देखा तो होश उड़ गए—वह किसी नवजात शिशु का शव था। यह दृश्य इतना भयावह था कि देखने वालों के रौंगटे खड़े हो गए।
देखते ही देखते वहां लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। लोगों में आक्रोश के साथ-साथ गहरा दुख भी देखने को मिला। प्रत्यक्षदर्शियों ने आशंका जताई कि यह किसी निजी नर्सिंग होम या क्लिनिक द्वारा किए गए अवैध गर्भपात का नतीजा हो सकता है। आरोप यह भी लगाया गया कि रात के अंधेरे में नवजात के शव को चुपचाप फेंक दिया गया, ताकि किसी को भनक न लगे।
स्थानीय लोगों का कहना है, “यह इंसानियत के नाम पर कलंक है। एक नवजात को इस तरह कुत्तों के हवाले कर देना बेहद क्रूर और अमानवीय है। पुलिस को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए और आसपास के अस्पतालों की जांच होनी चाहिए।”
घटना स्थल से पीएचसी की दूरी महज 20 मीटर बताई जा रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या अस्पताल प्रबंधन को इस घटना की भनक नहीं लगी? और अगर लगी तो समय रहते कोई कदम क्यों नहीं उठाया गया? वहीं, लोगों ने प्रशासन से इस मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी ओपिन्दर राम ने बताया कि अवैध रूप से संचालित निजी क्लीनिक में अबॉर्शन कर नवजात के शव को फेंका गया है इससे पहले भी रोसड़ा में इस तरह की कई घटना सामने आई है। विभाग को इस संबंध में जानकारी दी जाएगी।
Leave a Reply