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रुसेरा घाट रेलवे स्टेशन पर आठ महीने से पूछताछ केंद्र बंद ,यात्रियों को हो रही भारी परेशानी, टिकट काउंटर पर बढ़ता दबाव।

समस्तीपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले रुसेरा घाट रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए स्थापित किया गया पूछताछ केंद्र पिछले लगभग आठ महीनों से बंद पड़ा हुआ है। यात्रियों को ट्रेन से संबंधित समय, ठहराव और अन्य जानकारी के लिए अब केवल टिकट काउंटर पर ही निर्भर रहना पड़ता है। इससे जहां यात्रियों को असुविधा होती है, वहीं टिकट काउंटर पर कार्यरत कर्मियों पर भी अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है।

ट्रेन की जानकारी लेने के लिए यात्रियों को टिकट काउंटर पर लंबी कतार में लगना पड़ता है। टिकट लेने वालों के साथ-साथ जब लोग गाड़ियों की जानकारी पूछते हैं तो लाइन और भी धीमी हो जाती है। इससे यात्रियों के बीच अक्सर नाराजगी और धक्का-मुक्की की स्थिति भी बन जाती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पूछताछ केंद्र शुरू रहने के दौरान यात्रियों को समय पर सही जानकारी आसानी से मिल जाती थी, लेकिन अब यह व्यवस्था ठप हो गई है।

सूत्रों से मिली के अनुसार, पूछताछ केंद्र का संचालन संविदा पर किया जा रहा था। बीते दिसंबर माह में संविदा अवधि समाप्त होने के बाद से यह केंद्र बंद पड़ा है। नई संविदा प्रक्रिया शुरू न होने की वजह से केंद्र दोबारा चालू नहीं हो सका है।

रुसेरा घाट स्टेशन पर रोजाना बड़ी संख्या में स्थानीय यात्री और व्यापारी यात्रा करते हैं। यात्रियों का कहना है कि पूछताछ केंद्र बंद होने से उन्हें सही और त्वरित जानकारी नहीं मिल पाती। कई बार ट्रेन का प्लेटफॉर्म बदलने या समय पर जानकारी न मिलने के कारण लोग असुविधा में पड़ जाते हैं। यात्रियों ने रेलवे प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द पूछताछ केंद्र को फिर से शुरू किया जाए।

यात्रियों का कहना है कि आठ महीने से पूछताछ केंद्र बंद होना रेलवे प्रशासन की उदासीनता को दर्शाता है। ऐसे समय में जब रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए डिजिटल और आधुनिक सेवाओं पर जोर दे रहा है, वहीं छोटे स्टेशनों पर बुनियादी सुविधाओं का अभाव गंभीर चिंता का विषय है।

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