

साथ ही अंतरराष्ट्रीय शौचालय दिवस मनाए जाने का मुख्य कारण स्वच्छता, स्वास्थ्य और सुरक्षा की नीति को मजबूत करना है और खुले में शौच से होने वाले नुकसान से दुनिया को अवगत कराना है, खुले में शौच जाने के कारण महिलाओं के यौन शोषण में आई वृद्धि को समाप्त करना और खुले में शौच से फैलने वाली अस्वच्छता से होने वाली संक्रमणों से बचाओ के उद्देश्य से विश्व स्तर पर वर्ल्ड टॉयलेट डे मनाना जाता है। इस अवसर पर मध्य विद्यालय जगदीशपुर के प्रधानाचार्य आशुतोष चंद्र मिश्रा ने कहा कि शौचालय में शौच करने से स्वच्छता के कारण आप कई भयंकर महामारी और बीमारियों से बचे रहते हैं। शौचालय में शौच करने से आसपास का माहौल स्वच्छ रहता है, जिससे आप प्राकृतिक को खुलकर महसूस कर सकते हैं। शौचालय ना होने पर खुले में शौच करने से वातावरण दूषित होता है।

विश्व शौचालय दिवस लोगों की शौचालय स्वच्छता और निजता के लिए जागरूक करने के मकसद से हर साल 19 नवंबर को मनाया जाता है। उसके उपरांत अतिथियों ने चयनित 10 विद्यालयों को प्रमाण पत्र एवं स्वच्छता की किट का वितरण किया। इस अवसर पर चिकित्सा पदाधिकारी भाग्य नारायण चौधरी ,अजीत कुमार ,चयनित विद्यालय के शिक्षक राजन कुमार झा, राजीव कुमार ,व्यास शर्मा, सच्चिदानंद दास ,उदय कांत विद्यार्थी ,शिक्षिका बिंदु कुमारी, रुबी कुमारी विद्यालय समन्वयक आनंदी प्रसाद सिंह एवं चंद्रकांत भारती उपस्थित थे ।


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