ज्ञान मिश्रा की रिपोर्ट।
विपक्षी दलों के द्वारा केंद्र सरकार पर प्रवासी मजदूरों से घर-वापसी के लिए रेल किराया वसूलने का झूठा आरोप जितना तथ्यहीन और गुमराह करने वाला है, उतना ही कांग्रेस व राजद द्वारा मजदूरों की ‘मुफ्त’ रेल यात्रा के किराए का भार वहन करने की बात करना भी बेतुका और हास्यास्पद है।उक्त बातें भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री प्रवीण कुमार ने एक प्रेस बयान जारी कर कांग्रेस राजद पर तंज कसते हुए पूछा है कि विपक्षी दलों का कैसा चरित्र है? जांच-कीट पर हल्ला,जमाती पर मौन।ताली-थाली का मजाक,कोरोना के कर्मवीरों की हमले पर मौन फंड देने से इंकार,पीएमकेयर्स फण्ड पर सवाल,सेना द्वारा पुष्पवर्षा पर हल्ला,मजदूरों को घर जाने के लिए भड़काने में अव्वल विपक्षी दलों के नेता बताएं कि उन्होंने अब तक क्या किया?।श्री कुमार ने कहा कि विपक्षी दलों के नेता अपनी सियासत चमकाने के लिए आपदा और विपदा की तलाश में रहते हैं। श्री कुमार विपक्षी दलों की आलोचना करते कहा कि केंद व राज्य की एनडीए सरकार लॉक डाउन में फँसे छात्रों और श्रमिकों को बिना किराये लिये सुरक्षित घर पहुँचाने में लगी है और जिन्हें मजदूरों के लिए कुछ नहीं करना है वो कभी दो हज़ार बसें भेजने के लिए उतावले दिखते हैं तो कभी 50 ट्रेनों का किराया भरने के लिए थैली दिखाने लगते हैं।संकट के इस काल में जहाँ एनडीए के एक एक विधायक नेअपना एक माह का वेतन मुख्यमंन्त्री राहत कोष में दिया जबकि एक भी राजद या कांग्रेसी विधायकों ने एक पैसा नहीं दिया बल्कि विधायक निधि से 50 लाख रूपये देने का विरोध कर अपनी संवेदनहीनता उजागर की।कहा कि पूरा देश कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है ऐसे में उनकी कला प्रदर्शन के लिए उचित समय नही है।