विद्युत ट्रांसफार्मर के नीचे चल रही चाय की दुकान बनी खतरे की घंटी, विभागीय लापरवाही से मंडरा रहा है बड़ा हादसे का खतरा।

रोसड़ा बाजार में विद्युत विभाग की घोर लापरवाही के कारण किसी भी समय बड़ा हादसा घटित हो सकता है। शहर के प्रमुख व्यावसायिक इलाकों में से एक स्थान पर एक विद्युत ट्रांसफार्मर के ठीक नीचे चाय-नाश्ते की दुकान संचालित की जा रही है, जहां प्रतिदिन भारी संख्या में लोग जुटते हैं। इस दुकान में खाना पकाने के लिए अति ज्वलनशील एलपीजी गैस सिलिंडरों का उपयोग हो रहा है, जो सुरक्षा मानकों के घोर उल्लंघन का स्पष्ट उदाहरण है। गर्मियों में अक्सर विद्युत ट्रांसफार्मरों और ओवरहेड तारों में शॉर्ट सर्किट और चिंगारी निकलने की घटनाएं आम हो जाती हैं। हाल ही में जिला के कई हिस्सों में ट्रांसफार्मरों में आग लगने की खबरें सामने आई हैं। ऐसे में ट्रांसफार्मर के नीचे संचालित दुकान न केवल दुकानदार के लिए, बल्कि वहां मौजूद ग्राहकों और आसपास के दुकानों के लिए भी जानलेवा बन सकती है। स्थानीय लोगों ने बताया कि ट्रांसफार्मर से निकली एक मामूली चिंगारी भी दुकान में रखे एलपीजी सिलिंडर को चपेट में ले सकती है, जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती है। यह स्थिति एक बार विस्फोट की चपेट में आई तो पूरा बाजार क्षेत्र इसकी चपेट में आ सकता है। बिजली विभाग द्वारा सामान्यतः ट्रांसफार्मरों के चारों ओर लोहे की ग्रिल या बाड़ लगाकर सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है, ताकि कोई व्यक्ति या दुकान उससे संपर्क में न आए। लेकिन रोसड़ा बाजार में न तो किसी प्रकार की सुरक्षा बाड़ है और न ही कोई चेतावनी चिन्ह लगाया गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि विभाग या तो जानबूझकर आँखें मूँदे हुए है या फिर किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है।

स्थानीय दुकानदारों और नागरिकों ने प्रशासन से इस विषय पर त्वरित संज्ञान लेने की मांग की है। उनका कहना है कि प्रशासन और विद्युत विभाग की लापरवाही हमें कब तक मौत के साए में जीने को मजबूर करेगी। क्या किसी बड़ी घटना के बाद ही जागेगा तंत्र।लोगों की मांग है कि उस स्थान पर तुरंत दुकान को हटाकर ट्रांसफार्मर के चारों ओर सुरक्षा कवच लगाया जाए और ऐसे सभी अन्य स्थलों की पहचान कर उचित कार्रवाई की जाए।
इस गंभीर मुद्दे पर न तो स्थानीय प्रशासन ने अब तक कोई संज्ञान लिया है और न ही कोई जनप्रतिनिधि आगे आए हैं। 

जनहित से जुड़ा ऐसा विषय अनदेखी का शिकार हो रहा है, जो कि चिंताजनक है।रोसड़ा बाजार की यह स्थिति प्रशासनिक लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी का जीवंत उदाहरण है। यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो यह स्थान कभी भी गंभीर दुर्घटना का केंद्र बन सकता है। जनहित में आवश्यक है कि प्रशासन, विद्युत विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधि तुरंत हस्तक्षेप कर इस समस्या का समाधान करें।

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