तबलीगी जमातियों के भ्रमण से सांसत में बेगूसराय जिला। सील किए गए स्थानों पर कोरोना महामारी संक्रमण को रोकने के लिए मुस्तैद हुआ प्रशासन। एनडीआरएफ ने भी संभाला मोर्चा।
(बेगूसराय) : कोरोना महामारी को रोकने के लिए बखरी और तेघड़ा अनुमंडल के कई गांव की सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया गया है। यहां किसी को भी आने-जाने की इजाजत नहीं है। बखरी अनुमंडल से एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है। लेकिन, तबलीगी जमात के विदेशी टीम द्वारा इलाके में भ्रमण एवं लोगों से संपर्क के कारण सतर्क प्रशासन एहतियातन कदम उठा रही है।
बखरी अनुमंडल के चकहमीद नदैल घाट तिमुहानी, चकहमीद बिथान सड़क को चिमनी भट्ठा के पास तथा इमादपुर-खखरुआ सीमान को सील किया गया है। इसी तरह सलौना पंचायत के खड़कचक गांव के लिए पचगछिया के समीप रामपुर सड़क, नदैल घाट तथा प्राणपुर सीमान को, सलौना गांव के वार्ड नंबर छह तथा पठानटोली मोहल्ले के लिए सलौना चौक पर तिमुहानी को, पठानटोली से चकहमीद जानेवाली सड़क एवं रेलवे ढाला को बंद किया गया है।
इसी प्रकार मक्खाचक के लिए मुख्य सड़क से बीड़ी गोदाम, निबंधन कार्यालय, बस स्टैंड के समीप मुख्य पार्षद के घर जानेवाली गली, मनोरंजन वर्मा के घर के समीप की सड़क, भोला चौधरी के घर, मक्खाचक कब्रिस्तान, बाजार के स्टेशन रोड में मछली हाट के समीप, स्टेशन चौक से गरही टोला जानेवाली गली को पूरी तरह सील किया गया है। तेघड़ा अनुमंडल अधिकारी डॉ निशांत का कहना है कि अनुमंडल के मंसूरचक, बछबाड़ा, बरौनी एवं भगवान पुर के 18 जगहों को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
बखरी एसडीओ अनिल कुमार ने बताया कि बखरी में एक भी व्यक्ति वायरस से संक्रमित नहीं पाए गए हैं। जिला में कोरोना के मरीजों के मिलने के बाद इन गांवों को एहतियातन सील किया जा गया है। बताया कि जिला में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए मरीज एक विशेष क्षेत्र के हैं। जहां तब्लीगी जमात की एक विदेशी टीम आई थी। संक्रमित व्यक्ति उनके संपर्क में आए थे।
उक्त इंडोनेशियाई टीम धर्म प्रचार के लिए बखरी अनुमंडल के भी कई गांव मोहल्लों में घर्म प्रचार के लिए ठहरी थी। जिन्हें चिन्हित कर सील किया गया है। सील होने के बाद किसी का भी घरों से बाहर निकलना पूर्णत: वर्जित होगा और अपराध माना जाएगा।
बखरी और तेघड़ा एसडीएम का कहना है कि सील किए गए गांव एवं मोहल्ले में उसी गांव अथवा आसपास के प्रबुद्ध लोगों की एक कमिटी गठित की गई है। जो गांव में लॉकडाउन का सख्ती से पालन, लोगों की समस्याओं और जरूरतों को पूरा करने का भी काम करेगी। बताया कि गांव का सील होना लॉकडाउन से आगे कर्फ्यू की स्थिति है। इसमें किसी को भी किसी भी तरह की जरूरतों के लिए घर से बाहर नहीं निकलना है। घर में भी सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन करना है।
लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति समिति के माध्यम से की जाएगी। समिति के सभी सदस्यों का मोबाइल नंबर स्थानीय लोगों को उपलब्ध करा दिया गया है। लोग अति आवश्यक कामों के लिए समिति से संपर्क कर उसे पूरा करेंगे।
दूसरी तरफ डीएम बेगूसराय अरविन्द कुमार वर्मा ने कहा है कि पिछले दो दिन में चार लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव प्राप्त होने वाले व्यक्तियों का इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। इन चारों से संबंधित क्षेत्रों को सील कर दिया गया है। स्थानीय लोगों की भी जांच की जा रही है।
आवश्यकता अनुसार सैंपल कलेक्ट किया जा रहा है। ताकि और भी किसी के संक्रमित पाए जाने पर उसका इलाज किया जा सके। उन्होंने कहा कि सील किए गए क्षेत्रों को सैनिटाइज किया जा रहा है। सैनिटाइजेशन कार्य में मदद के लिए विभाग द्वारा एनडीआरएफ की टीम भेजी गई है। डीएम ने कहा कि संबंधित क्षेत्र में पर्याप्त पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है,
ताकि लॉकडाउन एवं होम क्वारंटाइन की शर्तों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।
डीएम ने अधिकारियों को पूरी तत्परता से कार्य करने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला मुख्यालय में स्थापित विभिन्न आइसोलेशन वार्डों में भर्ती कोरोना वायरस से संबंधित संदिग्ध व्यक्तियों को ससमय भोजन, स्वास्थ्य जांच आदि के साथ-साथ सभी आधारभूत सुविधा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। डीएम ने सभी आइसोलेशन वार्डों को सैनिटाइज करने का निर्देश भी दिया। कोरोना पॉजिटिव केस के मामले में सभी प्रोटोकॉल पूरा करने तथा घर घर सर्वे कर शत प्रतिशत स्थानीय लोगों की स्वास्थ्य जांच कराने के निर्देश दिया। उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर में उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओं का नियमित अंतराल पर समीक्षा करने का निर्देश बीडीओ व सीओ को दिया है।
डीएम ने कहा कि वर्तमान में जिले में 13 हजार 318 व्यक्तियों को चिन्हित कर क्वारंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया है। इसमें से 7 हजार 768 व्यक्तियों ने क्वारंटाइन अवधि पूर्ण कर लिया है। चक्षु ऐप के माध्यम से 11 हजार 468 व्यक्तियों का अनुश्रवण किया गया है। उन्होंने कहा कि अभी कुल 61 व्यक्ति जिले के विभिन्न आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। इनमें से 6 व्यक्ति सदर अस्पताल में, 12 व्यक्ति अग्रसेन मातृ सेवा सदन में, 19 व्यक्ति रामधारी सिंह दिनकर इंजीनियरिग कॉलेज में तथा 24 व्यक्ति होटल विष्णु में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं।