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शराब खोजने गई पुलिस की पिटाई से पति पत्नी घायल। पीएचसी छौड़ाही मे चल रहा है इलाज, पताही गांव की घटना।

बलवंत चौधरी (सबकी खबर आठों पहर न्यूज रूम)

(बेगूसराय) : छौड़ाही ओपी क्षेत्र के पताही गांव में शराब धंधेबाज को खोजने गई छौड़ाही पुलिस एवं उत्पाद विभाग की टीम द्वारा शराब बरामद नही होने पर दो व्यक्ति को पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल कर देने का आरोप लगाया गया है। दोनों घायलों का इलाज पीएचसी छौड़ाही में चल रहा है।
 इस संदर्भ में छौड़ाही ओपी अध्यक्ष एवं पुलिस अधीक्षक बेगूसराय को दिए आवेदन में छौड़ाही ओपी क्षेत्र के सावंत पंचायत के पताही गांव निवासी रामदाय देवी ने बताया है कि शनिवार की रात 9:00 बजे के लगभग छौड़ाही पुलिस के पदाधिकारी सुभाष कुमार सिंह उत्पाद विभाग की टीम के साथ उनके घर पर आ गुलशन यादव को खोजने लगे। उन्होंने पुलिस को बताया कि गुलशन यादव यहां नहीं रहता है। उससे कोई संबंध भी नहीं है। वह अलग घर बनाकर रह रहा है। इतना सुनते ही सभी पुलिस वाले उनके घर में घुसकर सामानों में तोड़फोड़ करने लगे। काफी खोजबीन के बाद भी घर से शराब बरामद नहीं हो सका। इसके बाद पुलिस पदाधिकारी ने पुलिस बल के साथ मिलकर रामदाय देवी एवं उनके पति श्यामदेव यादव का बाल पकड़कर घसीटते हुए बीच सड़क पर ले गए एवं बांस एवं लात मुक्का से बेरहमी से पिटाई करना प्रारंभ कर दिए। पुलिस द्वारा निर्दोष ग्रामीण को पीटत देख जब ग्रामीण जुटने लगे तब सभी पुलिसवाले वहां से भाग निकले।

इसके बाद ग्रामीणों ने दोनों घायलों को इलाज के वास्ते पीएचसी छौड़ाही पीएचसी में भर्ती करवाया। जहां गंभीर अवस्था में उनका इलाज चल रहा है। इस घटनाक्रम से ग्रामीण काफी गुस्से में थे एवं छौड़ाही ओपी पहुंच दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना था कि छौड़ाही ओपी के पुलिस पदाधिकारियों की गतिविधि बहुत ही संदिग्ध है। निर्दोष लोगों की बेमतलब पिटाई कर देने कर देना आम बात है। इस मामले में छौराही ओपी अध्यक्ष ने आवेदन तक लेने से इनकार कर दिया था। अगर मामले मे कार्रवाई नहीं होगा तो हम सभी ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठने को बाध्य होंगे।
 इस संदर्भ पिटाई करने के आरोपित पुलिस पदाधिकारी सुभाष कुमार सिंह का कहना था कि शराब मामले के आरोपित को गिरफ्तार करने गए थे।पुलिस द्वारा पिटाई की बात सही नहीं है।
 वहीं छौड़ाही ओपी अध्यक्ष राघवेंद्र कुमार का कहना है कि उन्हें आवेदन नहीं मिला है। पुलिस पदाधिकारी ने भी इस तरह की घटना से इनकार किया है। जांच पड़ताल के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

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