गन्ना चीनी मील न्यूज बिहार बेगूसराय भारत समस्तीपुर सरकार

हसनपुर चीनी मिल परिक्षेत्र के किसानों को एक अरब 13 करोड़ 90 लाख 74 हजार 426 रुपये मूल्य का गन्ना फसल नष्ट, किसान सरकार से लगा रहे मदद, मुआवजा की गुहार, बेगूसराय जिले में 10 हजार 121 एकड़ गन्ना हुई है नष्ट। विगत दिनों भारी बारिश से फसल हुआ तबाह।

बलबंत चौधरी ( सबकी खबर आठों पहर न्यूज रूम)
(बेगूसराय) : इस वर्ष हो रही रिकॉर्ड तोड़ बारिश से हसनपुर चीनी मिल पर परिक्षेत्र के किसानों को भारी नुकसान हुआ है। भारी बारिश सेे हसनपुर चीनी मिल परिक्षेत्र के 55 हजार 286 एकड़ भूमि में लगी गन्ने की फसल में से 21 हजार 752 एकड़ में लगी फसल नष्ट हो गई है। कुल गन्ना फसल नुकसान का लगभग आधा यानी 10 हजार 121 एकड़ गन्ना फसल बेगूसराय जिले में ही नष्ट हुआ है। अब फसलों की भारी तबाही से इलाकेे के किसान कभी चीनी मिल तो कभी कृषि विभाग के अधिकारियों से मुआवजा दिलानेेे  की गुहार लगा रहे हैं।
 कहां कितना हुआ नुकसान : हसनपुर चीनी मिल के वरीय गन्ना उपाध्यक्ष शंभु प्रसाद राय ने बताया कि बेगूसराय, समस्तीपुर, दरभंगा, खगड़िया, मुजफ्फरपुर और वैशाली जिले के किसान हसनपुर चीनी मिल परिक्षेत्र में है। उन्होंने बताया कि बेगूसराय जिले के 25 हजार 247 एकड़ में लगी गन्ने की फसल में से 10 हजार 121 एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। समस्तीपुर जिले के 27 हजार 648 एकड़ भूमि में लगी गन्ने की फसल में से 10 हजार 476 एकड़ फसल बर्बाद हो गई है। दरभंगा जिले के 303 एकड़ भूमि में लगी फसल में से 127 एकड़ फसल बर्बाद हुई है। जबकि खगड़िया जिले के 1995 एकड़ भूमि में लगी गन्ने की फसल में से 947 एकड़ की फसल नष्ट हो गई है। वहीं मुजफ्फरपुर जिले के 85 एकड़ भूमि में लगी गन्ने की फसल में से 76 एकड़ भूमि की फसल बर्बाद हो गई है। इसी तरह वैशाली जिले के 6.97 एकड़ भूमि में लगी गन्ने की फसल में से 4 एकड़ की फसल पूर्णत: नष्ट हो गई है।

 

कहते हैं किसान : प्रमुख गन्ना उत्पादक किसान राजकुमार सिंह, मोहम्मद जमशेद आलम, डॉ राम कृपालु सिंह, विजय सिंह, रामभूषण राय, जितेंद्र राय, संतोष यादव समेत हसनपुर चीनी मिल परिक्षेत्र के किसानों का कहना है कि अधिकांश किसान महाजनों से कर्ज लेकर गन्ने की खेती किए हैं। लेकिन विगत दिनों समुद्री तूफान और समय से पूर्व हुई भीषण बारिश ने फसल बर्बाद कर किसानों की कमर तोड़ दी है। इस स्थिति में सरकार द्वारा गन्ना किसानों को सहायता नहीं किया जाएगा तो किसानों के परिवार के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न होने से कोई नहीं रोक सकता। किसानों का यह भी कहना है कि जब तक सरकार द्वारा चौर से जल निकासी की व्यवस्था नहीं की जाएगी, तब तक किसानों का फसल नष्ट होता रहेगा। किसानों का कहना है कि यहां इतने बड़े पैमाने पर गन्ना की खेती होती है। लेकिन इस फसल को फसल बीमा की श्रेणी में नहीं रखा गया है। जिससे मुआवजा मिलने में भारी दिक्कत हो रही है।

एक अरब से ज्यादा का नुकसान : हसनपुर चीनी मिल के वरीय उपाध्यक्ष गन्ना शंभू प्रसाद राय ने बताया कि हसनपुर चीनी मिल परिक्षेत्र के किसानों को एक अरब 13 करोड़ 90 लाख 74 हजार 426 रुपये मूल्य का फसल नष्ट हुई है। चीनी प्रबंधन मंडल ने गन्ना फसल क्षति का आकलन कर सरकार को उपलब्ध करा दिया गया है। साथ ही सभी चौर बहियार से जल निकासी की व्यवस्था करने की मांग राज्य सरकार को पत्र लिखकर की गई है।

Loading

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *