Samastipur:- प्राथमिक विद्यालय कालीबेदी में वर्ग 1 से 5 तक 162 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। स्कूल मोहल्ले में होने के कारण बच्चों की उपस्थिति हमेशा बनी रहती थी। वर्ष 2010 में स्कूल का छप्पर टूट गया। इसके बाद संचालन में दिक्कत आने लगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी के पत्रांक 1432/EFE दिनांक 30 सितंबर 2013 के आदेश पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय समिति की बैठक संख्या 2 में पारित प्रस्ताव के अनुसार स्कूल को बगल के कटहरबन्नी विद्यालय में मर्ज कर दिया।
कटहरबन्नी विद्यालय की स्थिति भी जर्जर है। इसे देखते हुए दोनों स्कूलों को शहीद कुलदीप बलदेव नारायण विद्यालय रोसड़ा में मर्ज कर दिया गया। दिसंबर 2014 में कालीबेदी स्कूल के भवन की मरम्मत जन सहयोग से कराई गई। इसके बाद शिक्षा समिति ने फिर से अपने भवन में स्कूल संचालन का निर्णय लिया। इस निर्णय की सूचना 28 जनवरी 2015 को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेजी गई।
इसके बाद से स्कूल का संचालन अपने पुराने भवन से किया जा रहा है। प्रधानाध्यापक ने भी विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इसके बावजूद विभागीय अभिलेख में स्कूल को अब भी क्षतिग्रस्त दिखाया जा रहा है। साथ ही इसे दूसरे विद्यालय में मर्ज कर दिया गया है।
बच्चों की परेशानी को देखते हुए वार्ड नंबर 19 और 20 के लोगों ने पत्राचार कर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी और शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव को सूचना दी है। राजद नेता और जिला महासचिव दशरथ सहनी ने विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि विभाग बच्चों के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है। मुख्य सड़क से होकर स्कूल जाने में कभी भी हादसा हो सकता है। जबकि मूलभूत सुविधा होने के बावजूद स्कूल संचालन नहीं किया जा रहा।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि कालीबेदी स्कूल के पास विभागीय आदेश अनुसार 10 डिसमिल भूमि नहीं है। इसी कारण इसे मध्य विद्यालय कटहरबन्नी में मर्ज किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि मूलभूत सुविधा नहीं होने के कारण स्कूल को शहीद कुलदीप बलदेव नारायण विद्यालय में मर्ज किया गया। डी-मर्ज के लिए विभागीय पत्राचार की प्रक्रिया चल रही है।
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