लेकिन प्रखंड क्षेत्र के मुखिया ने आय से अधिक संपत्ति बनाकर अपना जीवन गुजर-बसर कर रहे हैं। उक्त मुखिया को यह चिंता अब नहीं सता रहा है कि हमें मुखिया बनना है, जो 5 वर्ष में मुखिया को लूटना था लूट लिया। मालूम हो कि दिघोन पंचायत के मुखिया हरि शंकर रजक वार्ड नंबर 6 में पीसीसी सड़क का निर्माण करना था। लेकिन उक्त वार्ड का पैसा मुख्य सड़क में लगा दिया जो सड़क टूट कर बर्बाद हो चुका है। यदि दोनों साइड कार्य एजेंसी मीट्टी देते तो सड़क की धारा साईं नहीं होती। जबकि सुशासन बाबू के सरकार मुखिया की मनमानी चरम सीमा पर है। लेकिन प्रखंड क्षेत्र के मुखिया आय से अधिक संपत्ति बना लेने के कारण सड़क को टूटने के लिए छोड़ दिया।